About

“यतो धर्मस्ततो जयः”

हमारे बारे में

हमारी वेबसाइट संपूर्ण कर्मकांड विधि का उद्देश्य धर्म-संस्कृति-कर्मकाण्ड-ज्योतिष आदि के बारे जनमानस में जागरूकता का प्रसार करना एवं कर्मकाण्डी ब्राह्मणों को विभिन्न ज्योतिष, पञ्चाङ्ग, व्रत और पर्व आदि संबंधी व्यापक विमर्श करते हुए दृश्य पंचांग की जानकारी प्रदान करना है। अदृश्य गणना द्वारा निर्मित पंचांगों को अशुद्ध नहीं कहते किन्तु जो चंद्रोदय-चन्द्रास्त आदि से सत्यापित नहीं हो पाता उसे शुद्ध भी नहीं स्वीकारते हैं। आडम्बर/पाखण्ड का समर्थन हम नहीं करते हैं। शास्त्रोचित विधि-व्यवहार की चर्चा करते हुए शास्त्रविरुद्ध आडम्बर निस्तारण लक्ष्य लेकर हम चलते हैं।

  • यहां डिजिटल माध्यम से सर्वोपलब्ध सामग्री यथा मोबाइल ऐप, सॉफ्टवेयर आदि माध्यमों से प्राप्त सूचना के आधार पर तिथि आदि का मान दिया गया है।
  • अयन, ऋतु आदि का निर्णय निरयण आधार पर लिया गया है।
  • व्रत त्योहार आदि से संबंधित अग्रिम सूचना प्रस्तुत करते हैं।
  • प्रज्ञा पञ्चाङ्ग में व्रत-पर्व-मुहूर्तादि का निर्धारण शास्त्रोक्त प्रमाण और मिथिलादेशीय परम्परा का पालन करते हुये लिया जाता है।
  • प्रज्ञा पञ्चाङ्ग बेगूसराय, अक्षांश २५/२५ उत्तर, रेखांश ८६/०८ पूर्व का सूर्योदय-सूर्यास्त, दिनमान आदि प्रस्तुत करता है।
  • प्रज्ञा पञ्चाङ्ग में दैनिक, मासिक और वार्षिक पंचांग विभिन्न आलेखों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है।
  • प्रज्ञा पञ्चाङ्ग में दैनिक संकल्प और विशेष व्रत-पर्व आदि का भी संक्षिप्त संकल्प प्रकाशित किया जाता है।
  • इसके अतिरिक्त प्रज्ञा पञ्चाङ्ग दैनिक अर्द्धप्रहरा, शिववास, अग्निवास आदि की जानकारी भी प्रदान करता है।
  • प्रज्ञा पञ्चाङ्ग में भद्रा, मूल गण्डान्त (मिथिलादेशीय सूत्र से) भी दिया जाता है।

वर्त्तमान में अनेकानेक पञ्चाङ्ग प्रकाशित तो होते हैं किन्तु अदृश्य गणना से जिसका चंद्रोदय-चन्द्रास्त द्वारा सत्यापन नहीं होता है। प्रज्ञा पञ्चाङ्ग स्वयं की गणना नहीं करता अपितु डिजिटल माध्यमों से सर्वोपलब्ध तिथ्यादि मान ग्रहण करके पंचांग प्रस्तुत करता है जो कि दृश्य होता है। प्रज्ञा पञ्चाङ्ग किसी प्रकार की भौतिक प्रति प्रकाशित नहीं करता, यह डिजिटल पञ्चाङ्ग ही है।